
मेरठ के परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र के एक इंटर कॉलेज में कुछ ऐसा घटा जिसने गुरु-शिष्य परंपरा को शर्मसार कर दिया। यहां के एक शिक्षक ने 7वीं कक्षा की मासूम छात्रा को परीक्षा में फेल करने की धमकी देते हुए “ओयो होटल चलो” का ऑफर दे डाला। जी हां, ये वही शिक्षक हैं जो शायद NCERT के साथ-साथ नॉटी चैप्टर भी पढ़ाते हैं!
गुरु ने की ऐसी हरकत, जैसे विलेन हो!
बताया जा रहा है कि आरोपी शिक्षक पहले भी कई छात्राओं के साथ “गंदे सिलेबस” पढ़ा चुका है। लेकिन जब बात 7वीं की छात्रा तक पहुँची तो मामला खुलकर सामने आ गया। शिक्षक ने धमकी दी – “ओयो नहीं तो फेल तय है!” क्या ये नया grading system है?
पुलिस पहुंची, पर इधर न्याय नहीं, थप्पड़ मिला!
छात्रा ने जब हिम्मत कर पुलिस में शिकायत की, तो उसे पिटाई मिली। महिला पुलिसकर्मी ने पूछताछ के नाम पर छात्रा को ही मार दिया। पूछताछ हुई या किक-बॉक्सिंग सेशन, अब तक कन्फर्म नहीं है।
SSP के आते ही चला एक्शन मोड
छात्रा ने जब SSP मेरठ से गुहार लगाई, तब जाकर सिस्टम की नींद खुली। तत्काल एफआईआर हुई और आरोपी शिक्षक को हिरासत में लिया गया। कॉलेज प्रशासन ने भी मामले को ठंडा करने के लिए “सस्पेंड वाला स्पंज” फेंक दिया।
स्कूल बोले – हम निपटा देंगे
विद्यालय प्रबंधन ने शिक्षक को निलंबित करके मामले को “इन-हाउस कचरा प्रबंधन” की तरह ट्रीट किया, पर सवाल ये है कि क्या इतना काफी है? और महिला पुलिस की भूमिका पर कोई सुनवाई?

शिक्षा का नया पाठ – डरे नहीं, बोले जरूर
आज की शिक्षा में जितना जरूरी मैथ और साइंस है, उतना ही जरूरी है कि छात्र-छात्राएं शोषण के खिलाफ बोलना सीखें। ऐसे “गुरुजन” अगर शिक्षण संस्थानों में खुले घूमते रहेंगे।
स्कूल में टीचर चाहिए, Tinder नहीं
शिक्षक का काम है भविष्य गढ़ना, न कि होटल का रास्ता दिखाना। ऐसे मामलों में सिर्फ गिरफ्तारी नहीं, सामाजिक बहिष्कार और सख्त सजा जरूरी है।
अगर आप भी ऐसे किसी अनुभव का सामना कर चुके हैं, तो चुप न रहें। आवाज़ उठाएं, क्योंकि चुप्पी सबसे बड़ा अपराध है।